1. Home
  2. पशुपालन

भारत में है दुनिया की सबसे छोटी गाय, बकरे से भी कम है लंबाई

दुनिया के लगभग हर देश में आपको गाय पालतू पशु के रूप में मिलेगी. भारत में तो वैदिक काल से ही गाय को खास महत्व दिया जाता रहा है. प्राचीन काल में तो गाय को किसी धन से कम नहीं माना जाता था. आर्थिक आदान-प्रदान एवं विनिमय आदि के लिए गाय का उपयोग ही होता था. साथ ही मनुष्य की समृद्धि का आंकलन भी गायों से किया जाता था.

सिप्पू कुमार
सिप्पू कुमार

दुनिया के लगभग हर देश में आपको गाय पालतू पशु के रूप में मिलेगी. भारत में तो वैदिक काल से ही गाय को खास महत्व दिया जाता रहा है. प्राचीन काल में तो गाय को किसी धन से कम नहीं माना जाता था. आर्थिक आदान-प्रदान एवं विनिमय आदि के लिए गाय का उपयोग ही होता था. साथ ही मनुष्य की समृद्धि का आंकलन भी गायों से किया जाता था.

वैसे गाय के बारे में आपने भी बचपन में खूब लेख लिखे होंगें लेकिन क्या आपको आज से पहले किसी ने बताया है कि दुनिया की सबसे छोटी गाय का नाम क्या है और वो किस देश की है? अगर नहीं, तो आज हम आपको बताएंगें कि दुनिया की सबसे छोटी गाय कौन है. 

भारत में है दुनिया की सबसे छोटी गाय
भारत के लोग इस बात पर गर्व कर सकते हैं कि दुनिया की सबसे छोटी गाय कहीं और नहीं बल्कि हमारे देश भारत में है. केरल राज्य में 6 साल की सबसे छोटी गाय है, जिसका नाम है मनिकयम. इस गाय का नाम गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज है और इसे दुनिया की सबसे छोटी गाय माना गया है.

बकरे से भी कम है लंबाई
इस गाय की लंबाई बकरे से भी कम है. जी हां, जहां आमतौर पर गायों की हाइट 4.7 से 5 फिट तक होती है वहीं इस गाय की लंबाई केवल 1.75 फीट है. इसका वजन 40 किलो का है. मनिकयम के शरीर में पिछले दो साल से किसी खास तरह का कोई परिर्वतन नहीं आया है और उसकी लंबाई उतनी ही है. मनिकयम सिर्फ़ भारत में ही नहीं बल्कि दुनिया के अन्य देशों में भी आकर्षण का केंद्र रही है. दूर-दूर से सैलानी उसे देखने भी आते हैं.

English Summary: Meet Manikyam the World s Shortest Cow know more about it Published on: 19 February 2020, 05:48 IST

Like this article?

Hey! I am सिप्पू कुमार. Did you liked this article and have suggestions to improve this article? Mail me your suggestions and feedback.

Share your comments

हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें. कृषि से संबंधित देशभर की सभी लेटेस्ट ख़बरें मेल पर पढ़ने के लिए हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें.

Subscribe Newsletters

Latest feeds

More News