लफ्ज़ सर्द हो चले हैं
पिघले तो कुछ कहूं
रात अभी बाकी है
सवेरा हो तो कुछ कहूं…
रंग, अबीर और गुलाल
सब के चहरे लाल-लाल
मस्ती का रंग छा...रा..रा..रा
जोगिरा सारा.....रा....रा
बरसाने की राधा और मथुरा में ताल
हर घर से निकले देखो बाल-गोपाल
हर घर में बंसी वाला आरा....रा....रा
जोगिरा सारा....रा.....रा
English Summary: holi celebration poetryPublished on: 19 March 2019, 04:01 IST
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