समझ जाओगे किसान का दर्द,
एक बार खेतों में हल चलाकर तो देखो
किसी जमीन के टुकड़े में,
कभी अनाज उगाकर तो देखो…
अलग धर्म है अलग जाति
प्रेम है सबका एक निवारण
हिंदू, मुस्लिम, सिक्ख, ईसाई
सब पढ़ते हैं कृषि जागरण
बारह हैं भाषाएं, 22 हैं राज्य
रहेगा सालों का अनुभव और आमरण
खेती, किसान और पशुपालन
हम हैं कृषि जागरण
नयी तकनीक और जानकारी
किसानों की खुशी का नया कारण
सुख, समृद्धि और वैभव
हम हैं कृषि जागरण
English Summary: krishi jagran and agriculturePublished on: 27 March 2019, 06:15 IST
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