हिन्दी साहित्य जगत में महिला सशक्तिकरण का उदाहरण रही व प्रमुख कवयित्रियों में से एक महादेवी वर्मा 110 वी जंयती के अवसर पर आज देश उनको स्मरण कर रहा है.…
हलवा है !
अपनी राजनीति बोले तो हलवा है
यहां कोई किसी के ऊपर है
तो कोई किसी का तलवा है
हलवा है!…
हां ! जिंदगी मायूस करती है
फिर भी मुस्कुराता हूं मैं
तूझे चाहता हूं मैं
जानता हूं तू हकीकत नहीं, बावजूद इसके
चीखता - पुकारता हूं मैं
तूझे चाहता हूं मैं
English Summary: life is a journey that must be traveledPublished on: 11 June 2019, 03:26 IST
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