उर्वरक क्षेत्र का जाना माना नाम डॉ. बिमल सी. बिसवास ने हाल ही में बतौर तकनीकी संपादक कृषि जागरण ज्वॉइन किया है। उन्हें इस क्षेत्र में तीस साल का अनुभव है। डॉ. बिसवास ने आईएआरआई से एग्रोनॉमी में पी.एच.डी. पूरी करने के बाद कृषि संबंधी कई क्षेत्रों में काम किया। डॉ. बिसवास ने बतौर एएफओ इलाहाबाद बैंक, कई अंतरराष्ट्रीय प्रोजेक्ट व फर्टीलाइजर एसोसिएशन ऑफ इंडिया में एडीशनल डायरेक्टर (एजी) काम किया है। मृदा उत्पादकता व उर्वरक का सही इस्तेमाल करने के लिए आयोजित विभिन्न राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय ट्रेनिंग प्रोजेक्ट की तैयारी करने का उन्हें 35 वर्षों का अनुभव है। फिलहाल वे ए फ्रैंड ऑफ फार्मर किताब लिख रहे हैं। डॉ. बिसवास के कई लेख विभिन्न पत्रिकाओं व जर्नल्स में प्रकाशित हो चुके हैं। इन्होंने प्रगतिशील किसानों पर भी एक किताब लिखी है।
कृषि जागरण से जुड़े डा. बिसवास
उर्वरक क्षेत्र का जाना माना नाम डॉ. बिमल सी. बिसवास ने हाल ही में बतौर तकनीकी संपादक कृषि जागरण ज्वॉइन किया है। उन्हें इस क्षेत्र में तीस साल का अनुभव है। डॉ. बिसवास ने आईएआरआई से एग्रोनॉमी में पी.एच.डी. पूरी करने के बाद कृषि संबंधी कई क्षेत्रों मंा काम किया। डॉ. बिसवास ने बतौर एएफओ इलाहाबाद बैंक, कई अंतरराष्ट्रीय प्रोजेक्ट व फर्टीलाइजर एसोसिएशन ऑफ इंडिया में एडीशनल डायरेक्टर (एजी) काम किया है।
कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!
प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।
आप हमें सहयोग जरूर करें (Contribute Now)
Share your comments