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यूपी के लिए मूंग की नई किस्में
भारतीय दलहन अनुसन्धान संस्थान द्वारा हाल ही में मूंग की दो नई किस्में कनिका और वर्षा जारी की हैं. कनिका जहाँ जायद और खरीफ मौसम के लिए अनुकूल है वहीँ वर्षा खरीफ में उगाने के लिए उत्तम है. कनिका का औसत उत्पादन जायद में 9 क्विंटल 22 किलो प्रति हेक्टेयर है और खरीफ में यह 5 क्विंटल 24 किलो है. यह किस्म 60 से 70 दिनों में पक जाती है. यह पीली नाड़ी रोग के प्रति सहनशील है. इसके 100 दानों का वजन 3.4 ग्राम है.
भारतीय दलहन अनुसन्धान संस्थान द्वारा हाल ही में मूंग की दो नई किस्में कनिका और वर्षा जारी की हैं. कनिका जहाँ जायद और खरीफ मौसम के लिए अनुकूल है वहीँ वर्षा खरीफ में उगाने के लिए उत्तम है. कनिका का औसत उत्पादन जायद में 9 क्विंटल 22 किलो प्रति हेक्टेयर है और खरीफ में यह 5 क्विंटल 24 किलो है. यह किस्म 60 से 70 दिनों में पक जाती है. यह पीली नाड़ी रोग के प्रति सहनशील है. इसके 100 दानों का वजन 3.4 ग्राम है.
मूंग की वर्षा किस्म का औसत उत्पादन 5 क्विंटल 60 किलो प्रति हेक्टेयर है और इसका अधिकतम उत्पादन मेरठ जिले में 10 क्विंटल 65 किलो प्रति हेक्टेयर भी लिया गया है. यह किस्म 65 से 70 दिन की अवधि में पक जाती है. यह पत्ती धब्बा और पीली नाड़ी रोग के प्रति अधिक सहनशील है. इन दोनों किस्मों से उत्तर प्रदेश में मूंग का उत्पादन काफी हद तक बढ़ाया जा सकता है.
किसान भाई मूंग की नयी किस्मों की जानकारी के लिए भारतीय दलहन अनुसन्धान संस्थान कानपुर से संपर्क कर सकतें है...
दूरभाषः 0512-2580986
वेबसाइटः http://www.iipr.res.in
English Summary: New varieties of Moong for UP
Published on: 29 October 2017, 04:51 AM IST
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